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प्रजासत्ताक दिन हिंदी भाषणे

26 जानेवारी मराठी/ हिंदी/ इंग्रजी भाषणे

 26 जानेवारी गणराज्य दिन हिंदी भाषण -1

         आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, सभाध्यक्ष महोदय, उपस्थित सज्जन वृंद, गुरुजन वृंद, मेरे सहपाठी भाइयों एवं बहनों! आज हम  गणतंत्र दिवस मना रहे है। आज भी हमारे भारत देश मे

बेरोजगारी, गरीबी, अशिक्षा, आतंकवाद, नक्सलवाद, राजनीति का अपराधीकरण, निर्माण क्षेत्र की अनदेखी, किसानों को फसलों का उचित मूल्य न मिलना आदि जैसी बहुत सी समस्याएं हैं जो हमारे आस-पास नजर आ जाएंगी। समस्याओं का समाधान करने की दिशा में शासन-प्रशासन ओऊर हम सबको प्रयास करणा जरुरी है।

     हम हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर भाषण सुनने को मिलते हैं, उनमें देश की समस्याओं का जिक्र होता है! पर समाधान अब तक नहीं हो सका है। नेता, मंत्री, अफसरों के द्वारा गणतंत्र दिवस पर भाषण दिए जाते हैं पर जब देश, समाज और जनता के कल्याण के लिए काम करने की बात आती है, तो सब नाकाम नजर आते हैं। आलम यह है कि एक कई वर्षों तक सत्ता में रहने के बाद जब सरकारें बदलती हैं, तो पता लगता है कि देश, प्रदेश, समाज, पंचायत का विकास तो नहीं हुआ पर उनके प्रतिनिधियों की संपत्ति में जरूर कई गुना वृद्धि हो चुकी होती है।

          कुछ नशा तिरंगे की आन का है । कुछ नशा मात्रभूमी की शान का है ।

हम लहराएंगे हर जगह तिरंगा,   नशा ये हिंदुस्तान की शान का है..।।

धन्यवाद,  भारत माता की जय… जय हिंद…! जय भारत...!!

                                                                                     SATISH BORKHADE SIR 7875840444

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26 जानेवारी गणराज्य दिन हिंदी भाषण -2

आज के गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के अध्यक्ष, मंच पर मुख्य अतिथि आदरणीय गुरुजन वर्ग और मेरे मित्रगण संविधान घोषित करता है कि भारत एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य है। यह अपने नागरिकों को न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व की गारंटी देता है। यह हमें नागरिकों के रूप में हमारे अधिकार और कर्तव्य भी देता है। इस गणतंत्र दिवस पर, मुझे उम्मीद है कि हम अमीर या गरीब, राजनेता या नियमित नागरिक कोई भीहों, हम अपने अद्भुत संविधान में निहित इन मौलिक सिद्धांतों और मूल्यों का सम्मान करना जारी रखेंगे।

मोहब्बत का दूसरा नाम हैं मेरा देश.... अनेको में एकता का प्रतिक हैं मेरा देश ...!!

चंद गैरों की सुनना मुझे गँवारा नहीं .... हिन्दू हो या मुस्लिम सभी का प्यारा है मेरा देश...!!

जय हिन्द जय भारत...!!

                                          SATISH BORKHADE SIR 7875840444

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   26 जानेवारी गणराज्य दिन हिंदी भाषण -3

         आदरणीय मेरे सभी शिक्षक गण और मेरे प्यारे सहपाठियों 26 जनवरी 1950 को हमारे देश का सविधान लागू किया गया था। तब से प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। 26 जनवरी सन्न 1950 को देश का संविधान लागू किया गया था उसी उपलक्ष में भारत देश के प्रत्येक नागरिक के द्वारा गणतंत्र दिवस को बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है!   

        गणतंत्र का अर्थ है जनता के द्वारा जनता के लिए शासन 26 जनवरी 1950 को हमारे देश भारत को गणतंत्र देश के रूप में घोषित किया गया था। हम सभी देश वासियों को भारत का नागरिक होने का गर्व है। समाज में, हमारी अलग जाति, धर्म या कई अन्य चीजें हैं जो हमें अलग करती हैं लेकिन इसकी एक व्यापक तस्वीर यह है की, हम सभी भारतीय हैं सभी भारतीयों के द्वारा एकजुट के रूप में गणतंत्र दिवस को मनाया जाता है।.... हमारे देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के द्वारा जो अपने मेहनत और संघर्ष की आहुति दी गयी थी उसके कारण ही भारत को पूर्ण स्वराज दिलाया गया। और इसी दिन हम पूर्ण रूप से स्वाधीन हो गए थे। उन सभी महान स्वतंत्रता सेनानियों के कारण ही आज सभी भारतीय नागरिक अपने देश में स्वतंत्रता के साथ जी रहें है।

   SATISH BORKHADE SIR 7875840444

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26 जानेवारी गणराज्य दिन हिंदी भाषण -4

       आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, सभाध्यक्ष महोदय, उपस्थित सभी गणमान्य नागरिक, गुरुजन वृंद, मेरे सहपाठी भाइयों एवं बहनों! आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!

    भारत के सभी क्षेत्रों और समुदायों का प्रतिनिधित्व किया। संविधान निर्माण में सभा की 15 महिला सदस्यों ने भी योगदान दिया। संविधान में निहित आदर्शों ने निरंतर हमारे गणतंत्र को राह दिखाई है। इस अवधि के दौरान, भारत एक गरीब और निरक्षर राष्ट्र की स्थिति से आगे बढ़ते हुए विश्व-मंच पर एक आत्मविश्वास से भरे राष्ट्र का स्थान ले चुका है। संविधान-निर्माताओं की सामूहिक बुद्धिमत्ता से मिले मार्गदर्शन के बिना यह प्रगति संभव नहीं थी।

      संविधान-निर्माताओं ने हमें एक मानचित्र तथा एक नैतिक आधार प्रदान किया। उस राह पर चलने की जिम्मेदारी हम- सब की है। हम काफी हद तक उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे भी हैं, लेकिन हम यह महसूस करते हैं कि गांधीजी के 'सर्वोदय' के आदर्शों को प्राप्त करना अर्थात सभी का उत्थान किया जाना अभी बाकी है। फिर भी, हमने सभी क्षेत्रों में उत्साहजनक प्रगति हासिल की है।

  SATISH BORKHADE SIR 7875840444

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 26 जानेवारी गणराज्य दिन हिंदी भाषण -5

    आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, सभाध्यक्ष महोदय, उपस्थित सज्जन वृंद, गुरुजन वृंद, मेरे सहपाठी भाइयों एवं बहनों! आज हम  गणतंत्र दिवस मना रहे है। देश में लोकतांत्रिक प्रणाली की राह तैयार करने वाला संविधान 26 जनवरी को लागू किए जाने की यह तारीख भारतीय इतिहास में विशेष महत्व रखती है। सभी सरकारी संस्थानों में यह पर्व मनाया जाता है। इन सबमें से मुख्य आयोजन देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के रूप में आयोजित किया जाता है जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में देश की उपलब्धियों की झलक देखने को मिलती है। देश भर के विद्यालयों में इस अवसर पर विशेष आयोजन होते हैं, प्रभात फेरियां निकाली जाती हैं, तिरंगा फहराया जाता है, राष्ट्रगान गाया जाता है, देशभक्ति के गीत, नृत्य, नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित किए जाते हैं तथा मिठाइयां वितरित की जाती हैं।

        कुछ नशा तिरंगे की आन का है । कुछ नशा मात्रभूमी की शान का है ।

हम लहराएंगे हर जगह तिरंगा,   नशा ये हिंदुस्तान की शान का है..।।

धन्यवाद,  भारत माता की जय… जय हिंद…! जय भारत...!!         

SATISH BORKHADE SIR 7875840444

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    26 जानेवारी गणराज्य दिन हिंदी भाषण -6

             मंच पर विराजमान सभी मुख्य अतिथि महोदय, सभाध्यक्ष महोदय, मेरे सभी शिक्षकों, मेरे प्रिय और सहपाठियों, आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं इस महान दिन पर मैं आपको भारत के गणतंत्र दिवस के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बताना चाहूंगा। हर साल 26 जनवरी को भारत में हर सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में बड़े उत्साह के साथ गणतंत्र दिवस को सेलेब्रेट किया जाता है।

गणतंत्र दिवस उस ऐतिहासिक क्षण की याद में मनाया जाता है जब हमारा देश एक स्वतंत्र गणराज्य बना था।मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में राजपथ पर राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और भारत के अन्य उच्च अधिकारियों की उपस्थिति में आयोजित किया जाता है। स्वतंत्रता संग्राम के महापुरुषों को श्रद्धांजलि के रूप में गणतंत्र दिवस पर राजपथ पर औपचारिक परेड होती है। राजपथ पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य उच्च सरकारी अधिकारियों जैसे विभिन्न गणमान्य व्यक्ति मौजूद हैं।

दे सलामी इस तिरंगे को....  जिससे तेरी शान है…!!

सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका... जब तक दिल में जान हैं...!!

SATISH BORKHADE SIR 7875840444

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26 जानेवारी गणराज्य दिन हिंदी भाषण -7

      आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, सभाध्यक्ष महोदय, उपस्थित सभी गणमान्य नागरिक, गुरुजन वृंद, मेरे सहपाठी भाइयों एवं बहनों! आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! सभी यहां इस पावन तिरंगे झंडे के नीचे भारतीय गणतंत्र दिवस का महोत्सव मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह केवल एक पर्व नहीं, बल्कि हर भारतवासी के लिए गर्व और सम्मान की बात है।

      देश में लोकतांत्रिक प्रणाली की राह तैयार करने वाला संविधान 26 जनवरी को लागू किए जाने की यह तारीख भारतीय इतिहास में विशेष महत्व रखती है। हमरा संविधान लिखित होने के साथ ही दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है। खास बात ये है कि इसमें विश्व के विभिन्न देभाके संविधानों की अच्छी बातों को जगह दी गई है। संसदीय प्रणाली ब्रिटेन से ली गई है, तो मौलिक अधिकार अमेरिका के संविधान से और मौलिक कर्तव्य पूर्व सोवियत संघ से, राज्य के नीति निर्देशक तत्व आयरलैंड से, तो सशोधन प्रक्रिया दक्षिण अफ्रीका के संविधान से। वयस्क मताधिकार की व्यवस्था भारतीय संविधान में की गई है। संविधान देश में एकीकृत और स्वतंत्र न्यायप्रणाली की व्यवस्था करता है। ऐसी बहुत सी खूबियां हैं जिनको नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए भारतीय संविधान में जगह दी गई है। हमारा संविधान अपने आप में संपूर्ण है।

भले हाथो में चूड़ी खनके ... छन-छन करते पायल झुमके ...

पर देश की हैं हम प्रचंड नारी... वक्त पड़ने पर उठाएंगे तलवारे भारी...!!

SATISH BORKHADE SIR 7875840444

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26 जानेवारी गणराज्य दिन हिंदी भाषण -8

      आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, सभाध्यक्ष महोदय, मेरे गुरुजन वृंद 26 जनवरी, 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था, हमारा देश भारत गणतंत्र बना था। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के कारण यह दिन हमारे देश के राष्ट्रीय पर्व के तौर पर मनाया जाता है।सभी सरकारी संस्थानों में यह पर्व मनाया जाता है।....  मुख्य आयोजन देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के रूप में होता है जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में देश की उपलब्धियों की झलक दिखाई जाती है। विद्यालयों में इस अवसर पर विशेष आयोजन होते हैं, प्रभातफेरियां निकाली जाती हैं, तिरंगा फहराया जाता है, राष्ट्रगान गाया जाता है, गणतंत्र दिवस पर भाषण, देशभक्ति के गीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित किए जाते हैं!

आजाद भारत के लाल हैं हम.... आज शहीदों को सलाम करते हैं हम...!!

युवा देश की शान हैं हम .... अखंड भारत का संकल्प करते हैं हम...!!

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  26 जानेवारी गणराज्य दिन हिंदी भाषण -9

     आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, सभाध्यक्ष महोदय, उपस्थित सभी गणमान्य नागरिक, गुरुजन वृंद, मेरे सहपाठी भाइयों एवं बहनों! आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!

     भारतीय संविधान के निर्माण के लिए 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिन की कड़ी मेहनत के बाद प्रारूप समिति द्वारा 26 नवंबर, 1949 को संविधान बनाकर तैयार किया गया, इस दिन (26 नवंबर, 1949) को भारतीय इतिहास में संविधान दिवस, राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में मनाया जाता है और इसे संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद को सौंप दिया गया। यह दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है

    1949 को संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान को स्वीकार किया गया पर इसे 26 जनवरी, 1950 से लागू करने का निर्णय लिया गया। इसका कारण यह है कि भारत को आजादी मिलने से पहले 26 जनवरी, 1930 को भारत को पूर्ण स्वराज घोषित कर दिया गया और इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी। इसके बाद 15 अगस्त, 1947 से पहले तक प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाने लगा। देश को आजादी मिलने के बाद 26 जनवरी की स्मृति को बनाए रखने के लिए इसी दिन भारतीय संविधान को लागू करने का फैसला किया गया।

दे सलामी इस तिरंगे को.... जिससे तेरी शान है...!!

सिर हमेशा ऊँचा रखना इसका... जब तक दिल में जान हैं...!!    जय हिंद जय भारत...!!

  SATISH BORKHADE SIR 7875840444

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26 जानेवारी गणराज्य दिन हिंदी भाषण -10

    आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, सभाध्यक्ष महोदय, उपस्थित सज्जन वृंद, गुरुजन वृंद, मेरे सहपाठी भाइयों एवं बहनों! इतनी बड़ी संख्‍या में इतनीविविधताओं से भरा जन-समुदाय - एक लोकतंत्र के रूप में एकजुट नहीं हुआ था। ऐसा हमने इस विश्वास के साथ किया कि हम सब एक ही हैं, और हम सभी भारतीय हैं। इतने सारे पंथों और इतनी सारी भाषाओं ने हमें विभाजित नहीं किया है बल्कि हमें जोड़ा है। इसलिए हम एक लोकतांत्रिक गणतंत्र के रूप में सफल हुए हैं।

   हमारा यह बुनियादी दस्तावेज, दुनिया की सबसे प्राचीन जीवंत सभ्यता के मानवतावादी दर्शन के साथ-साथ आधुनिक विचारों से भी प्रेरित है। हमारा देश, बाबासाहब भीमराव आम्बेडकर का सदैव ऋणी रहेगा, जिन्होंने प्रारूप समिति की अध्यक्षता की और संविधान को अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज के दिन हमें संविधान का प्रारंभिक मसौदा तैयार करने वाले विधिवेत्ता श्री बी.एन. राव तथा अन्य विशेषज्ञों और अधिकारियों को भी स्मरण करना चाहिए जिन्होंने संविधान निर्माण में सहायता की थी। हमें इस बात का गर्व है कि उस संविधान सभा के सदस्यों ने भारत के सभी क्षेत्रों और समुदायों का प्रतिनिधित्व किया। संविधान निर्माण में सभा की 15 महिला सदस्यों ने भी योगदान दिया।

   SATISH BORKHADE SIR 7875840444

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26 जानेवारी गणराज्य दिन हिंदी भाषण -11

      आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, सभाध्यक्ष महोदय, उपस्थित सभी गणमान्य नागरिक, गुरुजन वृंद, मेरे सहपाठी भाइयों एवं बहनों! आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!

   आप सभी भारत के लोगों को, मैं हार्दिक बधाई देती हूं। हम अब गणतंत्र के रूप में संविधान के लागू होने के दिन से लेकर आज तक हमारी यात्रा अद्भुत रही है और इससे कई अन्य देशों को प्रेरणा मिली है। प्रत्येक नागरिक को भारत की गौरव-गाथा पर गर्व का अनुभव होता है। जब हम गणतंत्र दिवस मनाते हैं, तब एक राष्ट्र के रूप में हमने मिल-जुल कर जो उपलब्धियां प्राप्त की हैं, उनका हम उत्सव मनाते हैं।

     भारत, विश्व की सबसे पुरानी जीवंत सभ्यताओं में से एक है। भारत को लोकतन्त्र की जननी कहा जाता है। फिर भी, हमारा आधुनिक गणतंत्र युवा है। स्वतंत्रता के प्रारंभिक वर्षों में, हमें अनगिनत चुनौतियों और प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। लंबे विदेशी शासन के अनेक बुरे परिणामों में से दो कुप्रभाव थे  भयंकर गरीबी और निरक्षरता। फिर भी, भारत अविचलित रहा। आशा और विश्वास के साथ, हमने मानव जाति के इतिहास में एक अनूठा प्रयोग शुरू किया। इतनी बड़ी संख्‍या में इतनीविविधताओं से भरा जन-समुदाय - एक लोकतंत्र के रूप में एकजुट नहीं हुआ था। ऐसा हमने इस विश्वास के साथ किया कि हम सब एक ही हैं, और हम सभी भारतीय हैं। इतने सारे पंथों और इतनी सारी भाषाओं ने हमें विभाजित नहीं किया है बल्कि हमें जोड़ा है।इसलिए हम एक लोकतांत्रिक गणतंत्र के रूप में सफल हुए हैं। यही भारत का सार-तत्व है।  

हर तरफ देखो लग रहा... ”जय हिन्द” का नारा है।....||

लिए तिरंगा हाथ में देश.. झूम रहा आज सारा है....|| ”राष्ट्र पर्व” गणतंत्र हमारा है....||

नमन ”माँ भारती” तुझे.. दिया राष्ट्र पर्व प्यारा है....|| जय हिन्द जय भारत...!!

SATISH BORKHADE SIR 7875840444

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26 जानेवारी प्रजासत्ताक दिन/गणराज्य दिन

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